Sharmila Tagore Mansoor Ali Khan Love Story: शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान की कैसे शुरू हुई थी प्रेम कहानी? यहां जानें

nicky writer

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Sharmila Tagore Mansoor Ali Khan Love Story

Sharmila Tagore Mansoor Ali Khan Love Story: शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की शादी बॉलीवुड और खेल जगत के सबसे प्रतिष्ठित रिश्तों में से एक है। हाल ही में शर्मिला ने अपने निकाहनामा का खुलासा किया, जिससे उनकी शादी की दिलचस्प बातें सामने आईं। यह शादी 27 दिसंबर 1969 को हुई थी और इसने न केवल दोनों की जिंदगी को बदला, बल्कि देशभर में एक चर्चा का विषय बन गई।

Sharmila Tagore Mansoor Ali Khan Love Story

शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की शादी ने अपने समय में काफी सुर्खियां बटोरी थीं। शर्मिला बॉलीवुड की सबसे चर्चित एक्ट्रेस में से थीं और मंसूर अली खान पटौदी, जिन्हें ‘टाइगर’ के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान थे। दोनों का विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो अलग-अलग संस्कृतियों, धर्मों और पेशों का संगम था।

उनकी शादी में सबसे बड़ा मुद्दा उनके धर्मों का था। शर्मिला हिंदू परिवार से थीं और मंसूर मुस्लिम परिवार से। दोनों की शादी ने समाज में एक संदेश दिया कि प्रेम धर्म से ऊपर होता है। शादी से पहले शर्मिला ने इस्लाम धर्म को अपनाया और अपना नाम ‘आएशा सुल्ताना’ रखा, हालांकि फिल्मों में वह शर्मिला टैगोर के नाम से ही जानी जाती रहीं।

निकाहनामा का विशेष खुलासा

शर्मिला टैगोर ने हाल ही में इस बात का खुलासा किया कि उनके निकाहनामा में कुछ खास शर्तें थीं, जो उनकी शादी को और भी रोचक बनाती हैं। निकाहनामा में शामिल शर्तों के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया, लेकिन यह जानना दिलचस्प है कि उनकी शादी सिर्फ एक रस्म नहीं थी, बल्कि यह दो दिलों का समझौता था। शर्मिला ने बताया कि शादी के दौरान मंसूर ने उनसे कई बार कहा था कि वह उनकी खुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।

शादी की चुनौतियां और पारिवारिक जीवन

शर्मिला और मंसूर की शादी एक परी कथा जैसी दिखती थी, लेकिन इसमें चुनौतियां भी थीं। दोनों के अलग-अलग पेशे और बीजी लाइफ के बावजूद, उन्होंने अपने रिश्ते को बखूबी संभाला। शर्मिला ने शादी के बाद अपने फिल्मी करियर को जारी रखा और कई हिट फिल्में दीं। वहीं मंसूर अली खान ने क्रिकेट में अपने योगदान से भारत का नाम रोशन किया।

दोनों की तीन संताने हुईं – सैफ अली खान, सोहा अली खान और सबा अली खान। सैफ और सोहा ने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई, जबकि सबा ने फैमिली बिजनेस और ज्वेलरी डिज़ाइनिंग में अपना करियर चुना।

उनकी शादी ने भारतीय समाज में धर्म और जाति के बंधनों को तोड़ने का एक उदाहरण पेश किया। यह शादी आज भी लोगों के लिए प्रेरणा बनी हुई है, जहां दो अलग धर्मों के लोग एक-दूसरे के साथ खुशहाल जीवन बिता सकते हैं। उनकी प्रेम कहानी ने यह साबित किया कि यदि दो लोग एक-दूसरे से सच्चा प्रेम करते हैं, तो समाज की सीमाओं का उनके रिश्ते पर कोई असर नहीं होता।

मंसूर अली खान पटौदी का निधन और शर्मिला का जीवन

2011 में मंसूर अली खान पटौदी का निधन हुआ, जो शर्मिला और उनके परिवार के लिए एक बड़ा झटका था। लेकिन शर्मिला ने अपने पति की यादों के साथ अपने जीवन को आगे बढ़ाया और परिवार को एकजुट रखा। आज भी वह अपने काम और परिवार के बीच बैलेंस बनाए हुए हैं।

शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी की प्रेम कहानी बॉलीवुड और क्रिकेट जगत में एक अनोखा अध्याय है। उनका निकाहनामा सिर्फ एक कानूनी डॉक्यूमेंट नहीं, बल्कि उनके अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक है। यह शादी आज भी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है और यह दर्शाती है कि सच्चा प्रेम किसी भी बंधन से परे होता है।

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