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भट्ट की चुटकानी : उत्तराखंड का पारंपरिक स्वाद | रेसिपी और इसके 10 फायदे

भट्ट की चुटकानी

भट्ट की चुटकानी : उत्तराखंड की पारंपरिक रसोई में कई ऐसे अनमोल रत्न छिपे हैं, जिनके स्वाद और पौष्टिकता का मुकाबला करना मुश्किल है। “भट्ट की चुटकानी” भी उत्तराखंड के इन्हीं स्वादिष्ट और पोषक व्यंजनों में से एक है। इस व्यंजन को विशेष रूप से कुमाऊं क्षेत्र में लोग चाव से बनाते हैं, और यह हर उत्तराखंडी रसोई का हिस्सा है। भट्ट की चुटकानी काले सोयाबीन (भट्ट) से तैयार की जाती है और इसे चावल के साथ परोसा जाता है। इस लेख में हम आपको भट्ट की चुटकानी बनाने की आसान रेसिपी, इसके स्वास्थ्य लाभ, और इसे उत्तराखंड की संस्कृति में क्यों इतना महत्व दिया जाता है, इन सबके बारे में बताएंगे।

भट्ट की चुटकानी क्या है?

भट्ट की चुटकानी” उत्तराखंड का एक पारंपरिक व्यंजन है, जो विशेष रूप से सर्दियों के दौरान बनाया जाता है। इसमें काले सोयाबीन को भूनकर खास मसालों के साथ पकाया जाता है, जिससे इसका स्वाद लाजवाब हो जाता है। यह व्यंजन शरीर को गर्मी प्रदान करता है और ठंड के मौसम में एक अद्भुत आरामदायक भोजन के रूप में जाना जाता है। इसे चावल के साथ परोसने पर इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।

भट्ट की चुटकानी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री –

भट्ट की चुटकानी बनाने की विधि –

Step 1: भट्ट को भूनें

  1. सबसे पहले, कढ़ाई में 1 चम्मच घी डालें और इसे मध्यम आंच पर गरम करें।
  2. गरम घी में भट्ट (काले सोयाबीन) डालकर उन्हें सुनहरा भूरा होने तक भूनें। यह भुनाई प्रक्रिया उनके स्वाद को और निखारती है और भट्ट का स्वाद चुटकानी में खास योगदान देता है।

Step 2: घी में मसाले का तड़का लगाएं

  1. एक अलग पैन में घी गरम करें और उसमें हींग, जीरा और जाख्या डालें। इसे धीमी आंच पर कुछ सेकंड के लिए भूनें।
  2. अब इसमें कटा हुआ लहसुन और अदरक डालकर हल्का सुनहरा होने तक भूनें। इससे लहसुन और अदरक की खुशबू घी में मिल जाएगी, जिससे चुटकानी का स्वाद और भी बढ़ जाएगा।
  3. इसके बाद, इसमें हरी मिर्च और हल्दी पाउडर डालें और इसे कुछ सेकंड तक भूनें।

Step 3: भट्ट और पानी मिलाकर पकाएं

  1. अब पहले से भुने हुए भट्ट को इस मसाले में डालें और कुछ मिनट तक अच्छे से मिलाएं।
  2. फिर इसमें 3-4 कप पानी डालें और अच्छी तरह से मिक्स करें।
  3. अब नमक और धनिया पाउडर डालें और मिश्रण को ढककर धीमी आंच पर लगभग 20-25 मिनट तक पकने दें। जब तक भट्ट पूरी तरह से मुलायम न हो जाए और ग्रेवी गाढ़ी न हो जाए, इसे पकाते रहें।

Step 4: चुटकानी का सही गाढ़ापन पाएं

  1. अगर आपको चुटकानी और गाढ़ी चाहिए, तो इसे कुछ और मिनटों तक पकाएं।
  2. ध्यान रखें कि चुटकानी का गाढ़ापन आपके स्वाद के अनुसार होना चाहिए। जब यह अच्छी तरह से पक जाए और भट्ट पूरी तरह से नर्म हो जाएं, तब इसे आंच से उतार लें।

परोसने का तरीका –

भट्ट की चुटकानी को गरमा-गरम चावल के साथ परोसा जाता है। इसे परोसते समय ऊपर से थोड़ा सा घी डाल दें, जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है। साथ ही, उत्तराखंड में इसे खासतौर पर हरे धनिए के साथ गार्निश करके सर्व किया जाता है।

भट्ट की चुटकानी के स्वास्थ्य लाभ –

भट्ट की चुटकानी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। यह व्यंजन प्रोटीन, फाइबर, और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। आइए जानते हैं इसके कुछ प्रमुख फायदे:

  1. प्रोटीन का बढ़िया स्रोत
    भट्ट में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और शारीरिक विकास में सहायक होता है।
  2. फाइबर से भरपूर
    यह भोजन पाचन को बेहतर बनाता है और पेट से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक है।
  3. ठंड के मौसम में गर्माहट
    भट्ट की चुटकानी सर्दियों में शरीर को गर्मी प्रदान करती है, जिससे ठंड में इसे खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
  4. एंटीऑक्सीडेंट्स का स्रोत
    इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे आप बीमारियों से दूर रहते हैं।
  5. हड्डियों को मजबूत बनाता है
    इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए लाभदायक है।

उत्तराखंड की संस्कृति में भट्ट की चुटकानी का महत्व –

उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति में भट्ट की चुटकानी का एक विशेष स्थान है। यह न केवल एक स्वादिष्ट भोजन है बल्कि उत्तराखंड के पारंपरिक स्वाद और समृद्ध रसोई का प्रतीक भी है। पर्वतीय क्षेत्रों में इस व्यंजन को शादी-ब्याह या किसी खास मौके पर विशेष रूप से बनाया जाता है। यह एक तरह का सांस्कृतिक व्यंजन है, जो परिवारों को जोड़ता है और पारंपरिक उत्तराखंडी खानपान को संजोए रखने में मदद करता है।

भट्ट की चुटकानी से जुड़ी कुछ टिप्स –

  1. सही मात्रा में पानी – चुटकानी का गाढ़ापन आपके स्वाद पर निर्भर करता है, इसलिए इसे पकाते समय पानी की मात्रा का ध्यान रखें।
  2. भट्ट को अच्छी तरह भूनें – भट्ट की चुटकानी का असली स्वाद तब आता है जब आप भट्ट को हल्का सुनहरा भूरा होने तक भूनते हैं।
  3. ताजा मसाले – उत्तराखंड में ताजे मसालों का खास महत्व होता है। चुटकानी में ताजे अदरक, लहसुन और हरी मिर्च का उपयोग करने से इसका स्वाद और निखरता है।
  4. जाख्या का सही प्रयोग – उत्तराखंड की रसोई में जाख्या एक खास मसाला है, जो तड़के के स्वाद को बढ़ाने में मदद करता है।

Conclusion –

भट्ट की चुटकानी उत्तराखंड का एक ऐसा पारंपरिक व्यंजन है, जो अपनी सादगी और पौष्टिकता के कारण हर खाने वाले का दिल जीत लेता है। इसे चावल के साथ परोसकर एक संपूर्ण भोजन के रूप में पेश किया जाता है। इस व्यंजन की रेसिपी आसान होने के साथ ही, इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। तो अगर आप उत्तराखंडी भोजन के शौकीन हैं या कुछ नया और पौष्टिक बनाना चाहते हैं, तो भट्ट की चुटकानी जरूर ट्राई करें।

FAQs –

1. भट्ट की चुटकानी में कितने प्रकार के मसाले उपयोग होते हैं?
इसमें खासतौर पर जीरा, हींग, जाख्या, हल्दी और अदरक-लहसुन का तड़का लगाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और बढ़ जाता है।

2. क्या इसे रोज खाया जा सकता है?
हां, भट्ट की चुटकानी पौष्टिक होने के कारण इसे रोज भी खाया जा सकता है, खासकर ठंड के मौसम में।

3. क्या इसे बनाने में ज्यादा समय लगता है?
नहीं, इसे लगभग 30-40 मिनट में आसानी से बनाया जा सकता है।

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