ED Crackdown on Celebs : प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने जंगली रमी (Junglee Rummy), जीतविन (JeetWin) और लोटस365 (Lotus365) जैसे ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स के प्रचार के लिए 29 हस्तियों के खिलाफ प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की है। यह कार्रवाई मार्च 2025 में व्यवसायी फणींद्र शर्मा (Phanindra Sarma) की शिकायत के बाद शुरू हुई, जिसमें दावा किया गया कि इन ऐप्स के प्रचार ने वित्तीय रूप से कमजोर लोगों को गुमराह कर भारी नुकसान पहुंचाया। जांचकर्ताओं को संदेह है कि इन प्रचार अभियानों के जरिए करोड़ों रुपये की अवैध कमाई हुई, जो मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) से जुड़ी हो सकती है। जांच अब टीवी होस्ट्स और डिजिटल क्रिएटर्स जैसे हर्षा साई (Harsha Sai) और यूट्यूब चैनल लोकल बॉय नानी (Local Boi Nani) तक पहुंच गई है।
विजय, राणा और प्रकाश राज का जवाब | ED Crackdown on Celebs
विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda) ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने केवल स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म A23 का प्रचार किया था, जो सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा स्किल का खेल माना गया है। उनकी टीम ने स्पष्ट किया कि उनका अनुबंध 2023 में समाप्त हो चुका था और प्रचार केवल उन क्षेत्रों में किया गया, जहां यह कानूनी था। राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) ने भी कहा कि उनका स्किल-बेस्ड गेमिंग ऐप के साथ संबंध 2017 में खत्म हो गया था, और सभी प्रचार कानूनी जांच के बाद सीमित क्षेत्रों में किए गए थे। प्रकाश राज (Prakash Raj) ने स्वीकार किया कि उन्होंने 2016 में जंगली रमी (Junglee Rummy) का समर्थन किया था, लेकिन नैतिक कारणों से एक साल में अनुबंध तोड़ दिया।
साइबराबाद पुलिस की FIR और जांच की शुरुआत | ED Crackdown on Celebs
यह मामला सबसे पहले साइबराबाद पुलिस (Cyberabad Police) की प्राथमिकी (FIR) से शुरू हुआ, जिसमें 25 हस्तियों, जैसे विजय देवरकोंडा (Vijay Deverakonda), राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati), और मंचु लक्ष्मी (Manchu Lakshmi), पर अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा देने का आरोप लगा। पुलिस ने पाया कि इन ऐप्स के पॉप-अप विज्ञापनों और सोशल मीडिया पोस्ट्स ने लोगों को गुमराह किया। जांच अब प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने संभाली है, जो प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत गहराई से पड़ताल कर रही है। अन्य प्रभावशाली लोग, जैसे बय्या सनी यादव (Bayya Sunny Yadav) और टेस्टी तेजा (Tasty Teja), भी इस जांच के दायरे में हैं।
सट्टेबाजी ऐप्स का प्रभाव और सामाजिक नुकसान | Sattebazi Apps Ka Prabhav Aur Samajik Nuksan
इन सट्टेबाजी ऐप्स ने कथित तौर पर लाखों यूजर्स को प्रभावित किया, खासकर युवाओं और वित्तीय रूप से कमजोर लोगों को। फणींद्र शर्मा (Phanindra Sarma) की शिकायत के अनुसार, इन ऐप्स के विज्ञापनों ने लोगों को गलत दिशा में ले जाकर भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) का मानना है कि इन प्लेटफॉर्म्स ने अवैध सट्टेबाजी और जुए के जरिए करोड़ों रुपये कमाए। सोशल मीडिया पर लोग इस मामले पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, और कुछ यूजर्स ने इसे मनोरंजन इंडस्ट्री की नैतिकता पर सवाल उठाने वाला बताया। यह मामला सेलेब्स की जिम्मेदारी पर भी बहस छेड़ रहा है।
हम आपके लिए ऐसे ही मनोरंजन की खबरें लाते रहेंगे | बने रहिए खास खबर के साथ और अगर आपको हमारी यह खबर पसंद आती है तो इसके बारे में अधिक जानने के लिए भी हमारे साथ बने रहिए या फिर आप हमारे Facebook , Instagram, twitter के चैनल से भी जुड़ सकते हैं |