Grow Organic Palak At Home: गमले में उगाएं हेल्दी ऑर्गेनिक पालक, अपनाएँ ये आसान टिप्स और पाएं भरपूर फसल

Roshani

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Grow Organic Palak At Home

Grow Organic Palak At Home: पालक (Spinach) हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे ज्यादा पौष्टिक (Nutritious) मानी जाती है। इसमें विटामिन A, C, K, E के साथ अनेक आवश्यक पोषक तत्व (Nutrients) मौजूद होते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी (Immunity) को मजबूती देते हैं। आजकल मिलावट और केमिकल वाली सब्ज़ियों से बचने के लिए लोग घर पर ही ऑर्गेनिक सब्ज़ियाँ (Organic Vegetables) उगाने लगे हैं। अच्छी बात यह है कि पालक को गमले या कंटेनर में बड़े आराम से उगाया जा सकता है और यह मात्र 25-30 दिन में तैयार भी हो जाती है। अगर सही तरीके और देखभाल से इसे उगाया जाए तो पैदावार (Yield) दोगुनी तक मिल सकती है। यह प्रक्रिया न केवल आसान और किफायती है बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी है। तो आइए जानते हैं, गमले में ऑर्गेनिक पालक उगाने की आसान विधि और वे खास टिप्स जो आपकी फसल को बूस्ट करेंगे।

गमले या कंटेनर का चयन | Gamle Ya Container Ka Chayan

पालक (Spinach) उगाने की शुरुआत सही गमला (Pot) या कंटेनर चुनने से होती है। ध्यान रखें कि गमले के नीचे छेद (Drainage Holes) जरूर हों, ताकि अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके और पौधे की जड़ें खराब न हों। मिट्टी (Soil) में गोबर की खाद (Cow Dung Manure) या कम्पोस्ट (Compost) मिलाना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि यह पौधों को भरपूर पोषण (Nutrition) देकर उनके विकास (Growth) को तेज करता है। लगभग 8-12 इंच गहरा गमला पालक के लिए आदर्श माना जाता है। मिट्टी हमेशा हल्की और भुरभुरी रखें ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें। अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी पालक की पैदावार (Yield) को कई गुना बढ़ा देती है। गमला तैयार होने के बाद इसे छायादार स्थान पर रखना सबसे उपयुक्त है।

बीज की तैयारी और बुवाई | Beej Ki Tayyari Aur Buvai

पालक (Spinach) के बीज (Seeds) बोने से पहले उन्हें लगभग 12 घंटे तक पानी में भिगोना (Soak Seeds) लाभदायक होता है, क्योंकि इससे अंकुरण (Germination) तेज और बेहतर होता है। भिगोए हुए बीजों को गमले की मिट्टी में 1 से 1.5 इंच की दूरी पर बोएँ और ऊपर से हल्की मिट्टी (Soil) की पतली परत डालकर ढक दें। बुवाई के बाद गमले को कुछ दिनों के लिए छायादार जगह (Shady Area) में रखें, ताकि बीज सुरक्षित रूप से अंकुरित हो सकें। हल्की सिंचाई करें, ध्यान रहे कि मिट्टी ज़्यादा गीली न हो। लगभग 5-7 दिनों के भीतर छोटे-छोटे अंकुर (Sprouts) निकलने लगते हैं। इसके बाद गमले को धूप वाली जगह या छत पर रखा जा सकता है। यह आसान और कारगर विधि पालक की पैदावार (Yield) को स्वस्थ, हरी-भरी और भरपूर बनाती है।

फसल की देखभाल और कटाई | Fasal Ki Dekhbhal Aur Katai

पालक का पौधा (Spinach Plant) सामान्यत: 25-30 दिनों में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाता है। पत्तियों (Leaves) को ध्यान से काटकर इस्तेमाल करें, लेकिन जड़ (Roots) को कभी न उखाड़ें, क्योंकि इससे पौधे से बार-बार नई पत्तियाँ निकलती रहेंगी और पैदावार (Yield) दोगुनी हो जाएगी। मिट्टी हमेशा हल्की नम (Moist) रखें, पर ध्यान रहे कि उसमें पानी का जमाव न हो। सप्ताह में एक बार कम्पोस्ट (Compost) या गोबर की खाद डालना पौधे की वृद्धि को और बेहतर बनाता है। कीटों (Pests) से बचाने के लिए नीम का तेल छिड़कना एक प्राकृतिक और असरदार तरीका है। पालक को धूप और हल्की छाया, दोनों का संतुलन मिलना चाहिए। सही देखभाल न केवल पालक की गुणवत्ता (Quality) बढ़ाती है, बल्कि मात्रा को भी दोगुना कर देती है।

निष्कर्ष | Grow Organic Palak At Home

गमले में ऑर्गेनिक पालक (Organic Spinach) उगाना आसान और फायदेमंद है। सही गमला (Pot), पौष्टिक मिट्टी (Nutritious Soil), और भिगोए हुए बीजों (Soaked Seeds) से 25-30 दिन में फसल तैयार हो जाती है। पत्तियों को काटकर उपयोग करें, जड़ न उखाड़ें, इससे पैदावार (Yield) दोगुनी होती है। गोबर की खाद (Compost) और नियमित देखभाल से पालक स्वस्थ और ताजा (Fresh) रहता है। यह विटामिन्स (Vitamins) और इम्यूनिटी (Immunity) बूस्ट करने वाला सुपरफूड है। घर पर उगाया पालक मिलावट से मुक्त और सेहतमंद (Healthy) होता है।

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