Lakshya Om Puri Dialogue Viral: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए युद्धविराम (सीजफायर) के उल्लंघन ने एक बार फिर तनाव बढ़ा दिया है। इस बीच, बॉलीवुड की फिल्म ‘लक्ष्य’ (2004) का एक डायलॉग सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दिवंगत अभिनेता ओम पुरी का इस फिल्म में बोला गया डायलॉग, “पाकिस्तानी हारे तो पलटकर एक बार फिर आता है,” मौजूदा स्थिति पर सटीक बैठता है। यह डायलॉग न केवल फिल्मी पर्दे पर, बल्कि वास्तविक जीवन में भी पाकिस्तान के रवैये को दर्शाता प्रतीत हो रहा है, जिसके चलते ओम पुरी और उनकी फिल्म ‘लक्ष्य’ ट्विटर पर ट्रेंड कर रही है।
कब और कहां देख सकते हैं ‘लक्ष्य’?
‘लक्ष्य’ 18 जून 2004 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फरहान अख्तर के निर्देशन में बनी यह फिल्म कारगिल युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित है और युवाओं में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए जानी जाती है। 30 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी। वर्तमान में यह फिल्म नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और यूट्यूब जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है। यह उन दर्शकों के लिए बेहतरीन विकल्प है जो कारगिल युद्ध और भारतीय सेना की वीरता की कहानी को गहराई से समझना चाहते हैं।
वायरल डायलॉग और ओम पुरी की याद (Lakshya Om Puri Dialogue Viral)
10 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा हुई, लेकिन कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तानी सेना ने श्रीनगर, वैष्णो देवी और अन्य क्षेत्रों में ड्रोन हमले शुरू कर दिए। भारतीय सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ‘लक्ष्य’ का एक सीन वायरल हो गया, जिसमें ओम पुरी (सूबेदार मेजर प्रीतम सिंह) ऋतिक रोशन (करण शेरगिल) से कहते हैं, “पाकिस्तानी हारे तो पलटकर एक बार फिर आता है, अगर जीत जाओ तो फौरन लापरवाह नहीं हो जाना। मेरी बात याद रखना।”
यह डायलॉग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है, और यूजर्स इसे पाकिस्तान के बार-बार सीजफायर तोड़ने से जोड़ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “ओम पुरी का यह डायलॉग आज भी उतना ही प्रासंगिक है। पाकिस्तान की हरकतें वही हैं, जो उन्होंने 2004 में दिखाई थीं।” एक अन्य सीन में ओम पुरी कहते हैं, “बनाने वाले ने एक धरती बनाई थी, पर इंसान के लालच ने लोहे और बारूद से लकीरें खींच दीं।” यह डायलॉग युद्ध की व्यर्थता को दर्शाता है और सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और मौजूदा तनाव
पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन की यह घटना ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हुई, जो 7 मई 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। पाकिस्तान की इस हरकत ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। भारत सरकार ने सेना को सख्त जवाबी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, और सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
‘लक्ष्य’ की कहानी और स्टारकास्ट
‘लक्ष्य’ एक ऐसी युवा की कहानी है, जिसमें करण शेरगिल (ऋतिक रोशन) एक बिना लक्ष्य वाले युवक से भारतीय सेना का बहादुर सैनिक बनता है। कारगिल युद्ध के दौरान उसकी यात्रा और बलिदान को फिल्म में दर्शाया गया है। ओम पुरी ने सूबेदार मेजर प्रीतम सिंह के रूप में अनुभवी सैनिक की भूमिका निभाई, जबकि प्रीति जिंटा (रोमिला) और अमिताभ बच्चन (कर्नल दामले) ने भी महत्वपूर्ण किरदार निभाए। जावेद अख्तर के लेखन और शंकर-एहसान-लॉय के संगीत ने फिल्म को और यादगार बनाया।
ओम पुरी की विरासत
ओम पुरी भारतीय सिनेमा के उन अभिनेताओं में से थे, जिन्होंने अपने किरदारों में जान डाल दी। ‘लक्ष्य’ में उनका किरदार न केवल देशभक्ति को दर्शाता है, बल्कि युद्ध की जटिलताओं को भी सामने लाता है। उनकी यह पंक्तियां आज भी प्रासंगिक हैं और सोशल मीडिया पर उनकी याद को ताजा कर रही हैं। ‘लक्ष्य’ और ओम पुरी का यह डायलॉग हमें याद दिलाता है कि इतिहास खुद को दोहराता है, और हमें हमेशा सतर्क रहना होगा।
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